नयी दिल्ली, : विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने सोमवार को देश के सभी गांवों में राम उत्सव मनाने का फैसला किया और कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का रास्ता साफ करने वाले उच्चतम न्यायालय के हाल के फैसले के बाद लगभग पूरे देश में भारी उत्साह है।
संगठन ने संविधान के अनुच्छेद 29 और 30 में संशोधन की भी मांग की जो अल्पसंख्यकों को हितों को संरक्षण प्रदान करता है।
विहिप ने कहा कि अनुच्छेद 29 और 30 के तहत मिलने वाले फायदे सभी दूसरे वर्गों को भी मिलना चाहिए, जिससे भेदभाव खत्म होगा। विहिप की मांग ऐसे वक्त आई है जब देश में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
कर्नाटक के मेंगलुरु में संस्था की तीन दिवसीय बैठक के बाद विहिप ने एक बयान जारी कर कहा, “भगवान राम के जीवन और सिद्धांतों को आज के समाज में शामिल करने की जरूरत को दर्शाते हुए सभी गांवों और मुहल्लों में सभाओं का आयोजन किया जाएगा।”
विहिप ने कहा कि समाज में कुल मिलाकर हिंदू मुल्यों का ह्रास हुआ है जिसका नतीजा है कि महिलाओं को निशाना बनाए जाने के मामले सामने आ रहे हैं।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ