सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा CAA से भारतियों पर नहीं पढ़ेगा कोई प्रभाव

रामपुर : योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा आज रामपुर पहुंचे जहां भारतीय जनता पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। वह जिला सहकारी बैंक की 31 वीं वार्षिक सामान्य निकाय बैठक में सम्मिलित हुए और जनसभा को संबोधित किया। जिसके बाद उन्होंने पत्रकारों से साक्षात्कार किया। नागरिकता संशोधन अधिनियम पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी उन्होंने कहा नागरिकता संशोधन अधिनियम से भारत के किसी नागरिक पर नहीं होगा कोई प्रभाव।


सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में बताते हुए कहा नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर विभिन्न प्रकार की चर्चाएं हैं वास्तव में नागरिकता संशोधन बिल क्या है हम लोग जानते हैं की नागरिकता अधिनियम बहुत पहले से बना हुआ है उस नागरिकता एक्ट में कई बार संशोधन हुए हैं जब आवश्यकता हुई है तब संशोधन हुआ है इस बार भी जो संशोधन हुआ है वह भी आवश्यकता को देखकर हुआ है उन्होंने साफ तौर पर कहा है इस संशोधन के बाद भारत के किसी भी नागरिक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है यह एक्ट उन पर प्रभाव डालने वाला नहीं है भारत के किसी नागरिक को ऐसा सोचने की आवश्यकता नहीं है कि उस पर क्या होगा यह संशोधन उन लोगों के लिए है जिनके घर लूट लिए गए जिनकी बेटियों का अपहरण हुआ है जो ऐसी स्थिति में है कि वहां (बाहर) रह नहीं सकते विशेष रूप से पाकिस्तान बांग्लादेश और अफगानिस्तान वहां से जो भागे हुए लोग जो शरणार्थी आए हैं उन सबके लिए हम नागरिकता संशोधन अधिनियम में हम छूट दे रहे हैं उनको 11 साल में नहीं अब 5 साल में ही नागरिकता मिल जाएगी उनको विभिन्न प्रकार के पेपर की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और उसके लिमिट भी तय कर दी है।


मैंने बताया लोग कहते हैं कि बहुत बोझ पड़ जाएगा लेकिन वह तो 2014 और उससे पहले के आए हुए लोगों पर है बोझ तो पिछले 5 साल से है ही जिसे हम बर्दाश्त कर ही रहे हैं इसलिए मानकर नहीं चलना चाहिए कि किसी भी प्रकार का बोझ पड़ेगा यह नागरिकता संशोधन अधिनियम है केवल उन लोगों के लिए केवल उन लोगों को सुविधा देना है उनके आंसू पोछ्ना है जो लगातार हमारे देश में रह रहे हैं उनको नागरिकता नहीं मिली इसलिए वह कुछ कर नहीं पा रहे हैं उनको यह सुविधा प्रदान करने का है हमारा उद्देश्य इस स्वभाव का है कि जो भी हमारे यहां आया है उसको हमने शरण दिया है हमारा देश हमेशा हमेशा इसलिए कहा गया है अतिथि देवो भव।


 सहकारिता मंत्री से मीडिया ने सवाल किया कि सीएए लागू होने के बाद क्यों भाजपा को सफाई देनी पड़ रही है पहले सफाई क्यों नहीं दी इस पर  सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा उन्होंने कहा सफाई पहले या बाद का सवाल नहीं है हम तो यह मानकर चलते हैं जो एक्ट बना है वह समाज के लोगों को जानकारी देकर ही बना है क्योंकि एक्ट छपता है लिखा जाता है बिल बनता है चर्चा होती है हमसे ज्यादा अखबार उसकी चर्चा करते हैं मीडिया उसकी चर्चा करता है लोगों को इसकी जानकारी हो जाती है लेकिन कभी-कभी लोग आधार बना लेते हैं कुछ लोगों ने इसे आधार बना लिया है बहुत दिन हो गए कुछ हुआ नहीं है लगा के इस में सफाई देना चाहिए यह सफाई देना नहीं है यह जानकारी देना है हम चाहते हैं समाज में इसकी जानकारी हो इस संविधान की कितनी लिमिट होगी इस पर मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा 30 दिसंबर 2014 तक जो लोग आ गए हैं यदि उनका 5 साल पूरा हो गया है तो उनको नागरिकता मिलेगी किसी भी जाति का हो इस सवाल पर मंत्री जी ने कहा नहीं इस संविधान में मुसलमान शामिल नहीं है मीडिया ने सवाल किया मुस्लिम शामिल क्यों नहीं है इस पर मंत्री जी ने कहा इसलिए जिन 3 देशों से हम बुला रहे हैं उसमें अल्पसंख्यक मुस्लिम नहीं है एनआरसी के सवाल पर मंत्री जी ने साफ कहा कि हमने एनआरसी पर चर्चा करना बंद कर दिया है हम एनआरसी का उत्तर इसलिए नहीं देते क्योंकि अभी एनआरसी लागू नहीं है भाजपा की मंशा यह है जो गरीब दुखियारे इन 3 देशों में जिन को अल्पसंख्यक मानकर निरी भगाया गया हम उनके आंसू पोछने का काम कर रहे हैं। 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इंडिया गठबंधन की सफलता में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी भूमिका- शाहनवाज़ आलम

  लखनऊ, 12 जून 2024 . लोकसभा चुनाव में भले जीत एनडीए की हुई हो लेकिन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को देश ने नेता माना है. इंडिया गठबंधन को मिली सफलता में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा रोल है जिसे अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अंजाम दिया. ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित आभार और चुनाव समीक्षा बैठक में कहीं. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों ने राहुल और प्रियंका गाँधी के सामाजिक न्याय, सीएए- एनआरसी विरोधी स्टैंड, जातिगत जनगणना, आरक्षण पर लगे 50 प्रतिशत की पाबंदी को हटाने के लिए किये गए वादों से प्रभावित होकर वोट दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन तबकों के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहेगी.  शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएसडीएस के आंकड़ों से यह साबित हुआ है कि पूरे देश में मुसलमान, दलित और पिछड़े कांग्रेस के मुख्य बेस वोटर रहे. वहीं कथित ऊँची जातियों का 70 प्रतिशत वोट भाजपा को गया. इस सवर्ण वोट बैंक को कां...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।