लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस में मूलभूत अंतर यह है कि भाजपा जहां अंत्योदय की बात करती है वहीं कांग्रेस देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ दिखाई पड़ती है। यही विचारधारा को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी श्रीमती प्रियंका वाड्रा प्रदेश में हर उस शख्स के साथ खड़ी दिखाई दे रही हैं जो या तो दंगा कर रहा है या फिर दंगाइयों के साथ है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी जहां भीषण ठंड में गरीबों के लिए रैनबसेरों का इंतजाम देखने निकलते है, वहीं श्रीमती प्रियंका गांधी गिन-गिन कर दंगा फैलाने वाले लोगों के घर पहुंचती हैं।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि श्रीमती प्रियंका गांधी को हर उस शख्स से हमदर्दी है जो जनता के पैसे से बनी सरकारी संपत्ति को जलाते हैं, जनता की संपत्ति का नुकसान पहुंचाते हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हर उस शख्स से हमदर्दी है जो जनता के भले के लिए काम कर रहा है। यही वजह है कि प्रदेश सरकार जनता का जीवन बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रहे अधिकारियों और कर्मचारियों का सम्मान करने जा रही है। इतना ही नहीं गरीबों का इलाज कराने के लिए प्रदेश सरकार ने स्वास्थ सुरक्षा कोष की स्थापना की है। गरीब परिवारों की बेटियों की शादी की व्यवस्था मुख्यमंत्री जी ने की है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि गरीबों को आवास मुहैया कराया जा रहा है। मजदूरों के बच्चों को मुफ्त में कांवेंट सरीखी शिक्षा दिलाने के लिए अटल विद्यालय खोले जा रहे हैं। मजदूरों की बेटियों को मुफ्त में साइकिल देने की योजना प्रदेश सरकार ने शुरू की है। केंद्र में दस वर्ष की सरकार चला चुकी कांग्रेस के पास आज बताने के लिए गरीबों की एक भी योजना नहीं है। कांग्रेस केवल समाज को बांट कर अपना भला करना चाहती है। इसीलिए श्रीमती प्रियंका वाड्रा मुस्लिम तुष्टीकरण और दंगाई तुष्टीकरण की राजनीति को केंद्र में रखकर यूपी में कार्य रही हैं।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि इनकी कार्यप्रणाली से यूपी की सम्मानित जनता गुस्से में है। यही वजह है कि प्रदेश के हर चुनाव में कांग्रेस की सीटें कम हो रही हैँ। श्रीमती प्रियंका वाड्रा जिस तरह से मेहनत कर रही हैं उससे लगता है कि कांग्रेस को जनता रसातल में भी भेज कर दम लेगी।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ