नयी दिल्ली,: साल 2019 में जून में हुई महत्वपूर्ण घटनाएं इस प्रकार है :
एक जून : नयी दिल्ली : कांग्रेस सांसदों द्वारा संसदीय दल का नेता पुन: निर्वाचित किए जाने पर सोनिया गांधी ने कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए कई ''निर्णायक कदमों'' पर विचार किया जा रहा है और उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ''निडर नेतृत्व'' की प्रशंसा की।
दो जून : भुवनेश्वर : ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने बीजेपुर विधानसभा सीट से इस्तीफा दिया और हिन्जिली सीट को चुना।
चार जून : नयी दिल्ली : प्रख्यात वैज्ञानिक और चक्रवात चेतावनी विशेषज्ञ मृत्युंजय मोहपात्रा को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का प्रमुख नियुक्त किया गया।
नौ जून : नयी दिल्ली : सामरिक रूप से महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सरकार ने 40 से अधिक सुखोई लड़ाकू विमानों को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों से लैस करने का फैसला किया।
10 जून : पठानकोट : एक अदालत ने जम्मू कश्मीर के कठुआ में खानाबदोश समुदाय की आठ साल की बच्ची से 17 माह पूर्व किए गए सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में मंदिर के संरक्षक समेत तीन लोगों को अंतिम सांस तक उम्रकैद की सजा सुनाई।
13 जून : नयी दिल्ली : भारतीय वायु सेना ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश के सघन वन्य पर्वतीय क्षेत्र में 10 दिन पहले दुर्घटनाग्रस्त हुए एएन-32 मालवाहक विमान में सवार सभी 13 नौसैनिकों की मौत हो गई।
17 जून : नयी दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा को भाजपा के संसदीय बोर्ड की बैठक के दौरान पार्टी का कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
18 जून : नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल के पांच बार के सांसद अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा में कांग्रेस का नेता नियुक्त किया गया जबकि केरल के सांसद के. सुरेश को निचले सदन में पार्टी का मुख्य सचेतक बनाया गया।
24 जून : जयपुर/नयी दिल्ली : राजस्थान भाजपा अध्यक्ष मदन लाल सैनी का दिल्ली में एम्स में इलाज के दौरान निधन।
26 जून : नयी दिल्ली : खुफिया ब्यूरो (आईबी) और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) को नये प्रमुख मिले। सरकार ने आईपीएस अधिकारी अरविंद कुमार और सामंत गोयल के नामों को मंजूरी दी।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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